अपूर्ण हुए तो क्या हुआ !!

अपूर्ण हुए तो क्या हुआ हम लाचार नहीं कहलाएंगे!!

Originally published in hi
❤️ 0
💬 0
👁 626
Ektakocharrelan
Ektakocharrelan 16 Feb, 2021 | 1 min read
#1000 poems

पंखों को अपनी नई उड़ान दे जाएंगे,

 हम वो परिंदे हैं आसमां में घर बनाएंगे।


दिल की बातें दिल में ना रख पाएंगे,

 देखना इक दिन  सपने सच कर दिखाएंगे।


ऊंच-नीच को हम ना समझे अपनी यारी सच्ची है, कुछ -तुम समझो! कुछ हम समझे! अपनी दोस्ती पक्की है।


बिखेर रही कुदरत खुशबू अपनी हर ओर हवाओं में,

 बिना रंग भेद मिलकर एक दूजे का उत्साह बढ़ाएंगे।


भर लो तुम हौसले मन में कदम से कदम मिलाएगें,

इन नन्हीं अंखियों में खुशियों के मोती भरते जाएंगे।


नादान है जो निराश हुए राह में हम ऐसा ना कर पाएंगे,

अपूर्ण हुए तो क्या हुआ हम लाचार नहीं कहलाएंगे।


एकता कोचर रेलन


0 likes

Support Ektakocharrelan

Please login to support the author.

Published By

Ektakocharrelan

ektakocharrelanyw9l4

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.