( स्वर कोकिला- *'लता मंगेशकर*)

जन-जन ने कोकिला कह जिसे पुकारा ऐसी सुर साम्राज्ञी को शत-शत नमन हमारा

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Ektakocharrelan
Ektakocharrelan 08 Feb, 2022 | 1 min read

भारत रत्न विजेता ( स्वर कोकिला-  *'लता मंगेशकर*) 

जन-जन ने कोकिला कह जिसे पुकारा

ऐसी सुर साम्राज्ञी को शत-शत नमन हमारा


आसान कहां थी यूं तो बचपन की हर राह

 ठूठ बन खड़ी रही आसान बनायी हर थाह


बचपन से ही प्रस्फुटित हुए कंठ में सुरों के तार

हर हिन्दुस्तानी के ह्रदय को कर दिया गुलजार


भारत रत्न, पद्म भूषण असंख्य पुरस्कार पाये

भारत माँ की लाडली को दीदी कह सब हर्षाए


श्रम-साधना ने सफलता के सुमेरु तक पहुंचाया

ऊंचा किया वतन का मस्तक गौरव अपार बढाया


इनके देशभक्ति गीत सुने तो करे ऐसा उर्जा संचार

 झकझोर दे मन फिर-फिर हो जाये वतन से प्यार


सरल,सहज, सौम्य छवि मीठी ,मधुर है मुस्कान

माँ सरस्वती की लाडली !!कहें एकता कोटिश प्रणाम


एकता कोचर रेलन


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