Dr Rekha jain
Dr Rekha jain 12 May, 2022
मननशील विचार
एक मनननीय विचार ******************** मैं ईश्वर से ये पूछना चाहती हूं कि तुमने सृष्टि की रचना एक समान की तो फिर इंसान अलग विचार धारा के क्यों होते हैं आज मानव ही मानव के बस रहा है।मानव ही मानव का दुश्मन बन रहा है कव जागेगा मानव:- अब तो जागो मानव अंधे करते रहते क्यों काले धंधे अंत समय में नहीं मिलेंगे तुमको चार भी कंधे। डॉ रेखा जैन शिकोहाबाद एक

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by drrekhajain

12 May, 2022

#microfables

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