ARCHANA ANAND
ARCHANA ANAND 22 May, 2021
प्रिय चाय
कैसा है तुमसे मोह प्रिये स्वीकार नहीं है छोह प्रिये तुम प्रेम की सारी लाली ज्यों प्याली में आई जोह प्रिये होठों से लग ओ मृदुलरसा तुझसे अगाध है मोह प्रिये क्षणभंगुर है जीवन सारा तुम चिर यथार्थ हो पेय प्रिये ! ©अर्चना आनंद भारती

Paperwiff

by archana2jhs

22 May, 2021

प्रेम #lovequotes

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