प्यार: पहली नज़र में...❤️

❤️"I hate nothing about you." this poetry is the composition of the feelings of first love❤️

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Aman G Mishra
Aman G Mishra 01 Jul, 2019 | 1 min read

ज़िन्दगी का ये हुनर आजमाना ही था,

हाँ मुझे उस वक्त शरमाना नही था। ❤️


उससे मिलने जाता भी तो क्या कहता,

मेरे पास कोई फ़साना भी नही था।. ❤️


वो जो ठहरें तो मेरे पहलू में ही ठहरें,

मेरा कोई और ठिकाना भी नही था।. ❤️


दहकती धूप को मौसम कितना अच्छा है,

इसके सिवा कोई और बहाना भी नही था। ❤️


महीनों से जो सोचा था क्या क्या बोलूंगा,

फिर क्यूँ नही बोला,ज़माना भी नही था।. ❤️


ख़त में भी कह सकता था, मग़र कैसे,

उन गलियों में आना जाना भी नही था।. ❤️


एक सवाल ही तो था, कह देते 'अमन',

वो किसी और का दीवाना भी नही था।. ❤️



©aman_g_mishra

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Aman G Mishra

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