शीर्षक - गुरु की प्रधानता

गुरु के मार्गदर्शन के बिना सफलता की कल्पना करना ही मूर्खता है।।।

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Akhilesh  Upadhyay
Akhilesh Upadhyay 05 Sep, 2020 | 1 min read
#paperwiff

  ( शिक्षक दिवस पर विशेष )✍️✍️✍️

गुरु शब्द अनमोल है , नाम सखा निज काम ।

आतुर भयो विलोप मन , सखा श्याम उपनाम ।।


काही को मन मुट होत है , परम पूज्य गुरु ईश ।

उचित प्रलोभन देत अजी... करत विचार प्रतीत ।।


धरहु उर निज अन्तर्ध्यान ...गुरु बिनु होत न काज ।

हरहु शोक ,भय इव उलझन ...बिनु गुरु न कोई समान।।


ज्ञान बिखेरत ...स्वार्थ न दूजा , कृपा करहि भव साज़।

तिन के लोभ - प्रलोभ नहि, गुरु शब्द भगवान् ।।


ध्यान - मान कर चल पड़ा , त्याग प्रशस्त इव सींच।

सुरभित चित-मन सब जे प्रति , निरत निति समभाव ।।


गृणन तेज़...विप्र-निषक यथा ; शुद्घाचार गुरुत्व।

तमपिह गुरु विद्याक्षु , गुरु इव प्रीत निधान ।।


प्रथम गुरु ... पितृ नाम ही , अद्भुत भानु समान।

सेवा-भाव की मूरत मां!; गुरु द्वित मान- महान।।


पूर्णता की कामना ... बिनु गुरु न कोई प्रमाण।

तामसिकता , आसक्ति गर्व ; परे करें गुरु प्रधान।।

धन्यवाद्।✍🏻✍🏻✍🏻

 🙏🏽शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं।।🙏🏽


~Akhilesh upadhyay 

@crux_of_Akhil

@_just_akhi_

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Akhilesh Upadhyay

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