Aadiramani
Aadiramani 07 Jul, 2022
बारिश
नूर - ए - बारिश हमारे यहाँ भी तो बरशे बहुत अरसा हो गया है, हम बेहद तरसें हम शौख से शख्सियत को इबादत सिखातें हैं हमारी ही कज़ा का इंतज़ाम करवाते हैं यारों तुम्हें घटाओ का फ़िराक मालूम नही लंबे वक़्त के बावजूद कोई सुराख मालूम नही जब भी बरसती होंगी कमाल होता होगा सारे बियाबानों में बवाल होता होगा आदि कभी भींग जाना बारिश में तुम इलाही की खूबसूरत साजिस में तुम आदिरमानी💫✍️

Paperwiff

by aadiramani

07 Jul, 2022

बारिश

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.