यह शरीर एक मिट्टी है।।

धन दौलत सब मोह है असली धन तो निर्वाण

Originally published in hi
Reactions 1
697
udit jain
udit jain 10 Jun, 2020 | 1 min read
beinovative stayhealthy social relationship sad staysafe world soil bepositive stayhome paperwiff salvation life

शरीर है यह मिट्टी का,

धन दौलत सब खेल है।।


मौत आती है जब हे मानव,

रोकने से भी रूकती यह ना।।


जीव तू छोटा सा है इस संसार मे,

बहुत बड़े अरमान हो गये तेरे।।


मिट्टी जैसी काया तेरी है पर,

सोने जैसे घर और मकान है तेरे।।


यह मिट्टी की काया तेरी अब,

जब मिट्टी मे यहाँ मिल जायेगी।।


दुनिया हसीं एक मेला है यह,

अपने को यहाँ तू पहचान मानव।।


अंत समय मे सबको पुकरता रहा,

तुझे रोकने वाला पर तेरे साथ न खड़ा।।


मौत अकेली आकर तुझे ले जायेगी,

तेरी यह धन और दौलत यही रह जायेगी।।


-उदित जैन 

(Delhi)

1 likes

Published By

udit jain

_uduaash_ink_

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.