अपना बनाया भ्रमजाल

मन के हारे हार है मन के जीते जीत

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Sushma Tiwari
Sushma Tiwari 03 Jul, 2020 | 1 min read
Never give up Confidence


क्या करूँ और क्या ना करूँ, इसके बीच एक लंबी सी खाई। इस पार से उस पार तक जाने का रास्ता आज तो जरूर मिल जाएगा। क्या कमी रह जाती है हर बार मुझमे, जो मेरे सपनों की दुनिया का प्रवेश द्वार मेरे लिए बंद ही रहता है। रिया के साथ ही शुरू किया था संगीत सीखना, आज वह कहां टॉप की गायिका और मैं तीन साल से यंत्रवत इस ऑफिस में काम कर रही हूं। मेरा संगीत अब टकराते कॉफी के कप और फाइलों के पन्नों की आवाज में कहीं खो गया था। मेरी असफलताओं का भूत साये की तरह हमेशा मेरे पीछे लगा रहा । इवेंट मैनेजमेंट कंपनी की नौकरी का बस आज यही फायदा हुआ की रिया से दुबारा मिलने का मौका मिला। सोचा क्यों ना एक बार रिया से ही पूछ लूँ की कहाँ चूक गई मै जबकि क्लास में हर बार शाबाशी मुझे ही मिलती थी। उस असफल ऑडिशन के बाद रिया के सामने यह ऑडिशन मेरी उम्मीदों की नई डोर थी। 


" बताओ ना रिया! मैं क्यों नहीं बन सकती सफल गायिका तुम्हारी तरह, क्या कमी है रहती है हर बार मुझमे?"

" बस यही, कि तुम्हें यह लगता है "

मेरा सवाल ही मेरा जवाब बन कर मेरे सामने खड़ा था मुझसे सवाल करते हुए। 

 

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  • Babita Kushwaha · 5 years ago last edited 5 years ago

    बहुत अच्छा सन्देश दूसरे के गुण देखने के साथ साथ खुद की कमियों को भी निखारने का प्रयास जरूरी है। ???

  • Sushma Tiwari · 5 years ago last edited 5 years ago

    @babita जी शुक्रिया

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