Charu Chauhan
Charu Chauhan 07 Dec, 2020
"हिचकी"
अब आती नहीं हिचकी, शायद कोई याद नहीं करता, थक गए होंगे माँ बाबा बाट जोहते -जोहते, सखी सहेली भी भूल गयीं होंगी रोते-रोते। ग़लती मेरी थी जो गलत सहती रही , गलत के खिलाफ़ मैं दंभ भर ना सकी, हाथ जोड़कर भाई से कहा था, जाओ....मेरी फ़िक्र तुम ना करो... मैं खुश हूँ तुम भी मस्त रहो ।।

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by charudv3p6

07 Dec, 2020

अब आती नहीं हिचकी

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