चाय

चाय के दीवानों के लिए कुछ पंक्तियां .....

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Manu jain
Manu jain 03 Jun, 2020 | 1 min read

बैर कराती मन्दिर मस्जिद

मेल कराती ये चाय।

चाय की टपरी पर देखो,

हर तरह का शक्स आए।


भेद भाव नही करती ये,

सबको ये आराम पहुँचाएं 

एक बार जो लगे लब से,

हर किसी को अपना ये बनाए।


ज़िन्दगी जीने के लिए,

बहुत ही जरुरी है ये हाय!

एक दिन जब ना मिले तो,

ये सच्ची बड़ा सताए 


बिस्कुट है इसका सच्चा आशिक़

कप में जाते ही ये चाय का हो जाए,

एक बार जो स्वाद चढ़ा इसका,

कोई भूले ना भुला पाए,


नशा तो है,चाय में ऐसा

शराब भी पीछे रह जाए,

सुबह उठो और सबसे पहले,

याद तुम्हे जब चाय आए,

चाय की महक से ही दिन बन जाता है,

तो बताओं ज़रा,

क्यूँ ना ये मोहब्बत कहलाए !


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