मैंने माँ से पूछा

माँ, का स्थान सर्वोच्च है।

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Kumar Sandeep
Kumar Sandeep 18 Jan, 2021 | 1 min read
Hindi poetry

मैंने माँ से पूछा

माँ!

आपके लिए इस दुनिया में सबसे 

प्यारा क्या है?

माँ ने कहा,

"बेटे तुमसे प्यारा मेरे लिए कुछ भी नहींमेरे बेटे

तुम मेहनत, लगन, परिश्रम से

बना लेना अपनी एक अलग पहचान

पर..कभी अभिमान मत करना ख़ुद पर व्यवहार रखना विनम्र सर्वदा।।

मेरे बेटे

अपने कार्यक्षेत्र से प्राप्त आय से

खरीद लेना भले ही भौतिक सुख

सुविधाओं के अनगिनत साधन

पर..महीने में एक बार ही सही

निर्धन, असहाय के दर्द को दूर

करने की भी कोशिश करना तुम।।

मेरे बेटे

सफलता के सर्वोच्च शिखर पर

पहुंच जाओ यही दुआ करता हूँ

पर..हाँ बेटे तुमसे यह अपेक्षा रखता हूँ

कि तुम सफलता के शीर्ष पर

होने के बावजूद भी

अपने मन में अहंकार

अंकुरित नही होने देना।।

मेरे बेटे

दुनिया की चकाचौंध में तुम

पूर्णतः खो मत जाना, हाँ

है तुमसे अपेक्षा यही कि

भले तुम भूल जाओ मुझे

पर..जन्मदायिनी माँ को

कदापि मत भूलना

जन्मदायिनी माँ का ख़्याल

रखना तुम अंतिम साँस तक।।

मेरे बेटे

तुम्हारा नाम लिखा जाए इतिहास

के पन्नों पर स्वर्णिम अक्षरों में

करता हूँ दुआ यही ईश्वर से

हर शख़्स के अंतर्मन की पीड़ा समझ सको तुम सर्वदा

इसलिए करता हूँ प्रार्थना ईश्वर से कि

ईश्वर तुम्हें सद्बुद्धि प्रदान करें हर क्षण।।

©कुमार संदीप

मौलिक, स्वरचित, अप्रकाशित

।"


मैंने माँ से पूछा

माँ!

आप अपनी ख़ुशी के लिए

कभी क्यों नहीं सोचती हैं?

माँ ने कहा,

"बेटे जब तुम मुस्कुराते हो तो

मैं भी मुस्कुराने लगती हूँ

इस तरह मैं ख़ुश हो जाती हूँ।"


मैंने माँ से पूछा

माँ!

आपकी आँखों को,मन को 

कब सुकून मिलता है?

माँ ने कहा,

"बेटे जब तुम्हें मैं अपनी

आँखों से देखती हूँ

सही सलामत

तब मुझे अधिक सुक़ून मिलता है।।"


मैंने माँ से पूछा

माँ!

तुम्हें तो गणित विषय की समझ है

फिर भी तुम जब मुझे

दो रोटी देती हो तो,

यह क्यों कहती हो कि?

बेटे मैंने तुम्हें एक ही रोटी दी है?

माँ ने कहा,

"बेटे तू भी न सचमुच 

अजीब प्रश्न करते हो

मुझे लगता है कि

तुम्हें अब भी गिनती करने में

गलती हो जाती है।।"


मैंने माँ से पूछा

माँ!

दुनिया की हर माँ

होती हैं बेहद प्यारी

तो हर बेटे अच्छे क्यूं नहीं होते हैं?

माँ ने कहा,

"बेटे, दुनिया के हर बेटे

अच्छे हो या न हों

पर एक माँ अपने हिस्से की

हर ख़ुशी चाहती है

देना अपने बेटे को

क्योंकि माँ कभी भी

किसी भी परिस्थिति में

नहीं देखना चाहती है

अपने बेटे को परेशान, मायूस।।"



©कुमार संदीप

मौलिक,स्वरचित,अप्रकाशित

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Kumar Sandeep

Kumar_Sandeep

Comments

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  • Sonia Madaan · 4 years ago last edited 4 years ago

    Beautifully penned ?

  • Kumar Sandeep · 4 years ago last edited 4 years ago

    धन्यवाद मैम

  • Anita Tomar · 4 years ago last edited 4 years ago

    बहुत ही सुंदर रचना... सचमुच मां ऐसी ही होती हैं।

  • Charu Chauhan · 4 years ago last edited 4 years ago

    बहुत प्यारी बात कही

  • Mr Perfect · 4 years ago last edited 4 years ago

    भावना से ओतप्रोत उम्दा कृति

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