ईश्वर के तुल्य हैं माता-पिता

माता-पिता के बिना ज़िंदगी है शून्य सभी की।

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Kumar Sandeep
Kumar Sandeep 30 Apr, 2020 | 1 min read

ज़िंदगी में माता-पिता का विशेष महत्व है।जीवन रुपी नाँव को पार लगाने में माता-पिता की अहम भूमिका होती है यह हम सभी जानते हैं।उनके विषय में जितना भी लिखा जाए कम है।ज़िंदगी में हर मोड़ पर अनगिनत कठिनाइयों से हम सभी को सामना करना पड़ता है उन सभी मुश्किलों से लड़ने का साहस और धैर्य हमें किसी से मिल पाती है तो वो हैं माता-पिता।

कठिन ज़िंदगी को सरल बनाते हैं माता-पिता◆◆

ज़िंदगी हर मोड़ पर परीक्षा लेती है हम सभी की।न जाने कितनी कठिनाईयाँ आतीं हैं और हमें उन कठिनाइयों का सामना कर आगे बढ़ना पड़ता है।हम सभी कठिनाइयों से तभी उबर पाते हैं जब हमारे अंदर ज्ञान हो बुद्धि हो विवेक हो।हमें ज्ञान,बुद्धि,विवेक और विचार प्रदान करने का अतुलनीय कार्य करते हैं हमारे माता-पिता।हम सभी चाहकर भी उनका ऋण नहीं चुका सकते हैं।कठिन ज़िंदगी को सरल बनाने का कार्य करते हैं माता-पिता इसमें तनिक भी संदेह नहीं है।बच्चों को हर मुश्किलों से लड़ने का हुनर प्रदान करते हैं माता-पिता।अपनी ज़िंदगी की परवाह नहीं करते हैं ख़ुद वे।बच्चों के चेहरे पर हमेशा ख़ुशी रहे इसलिए हर संभव प्रयास करते हैं अंतिम साँस तक।

भगवान के समान हैं माता-पिता◆◆

सुबह-सवेरे जिस दिन यदि माता-पिता का दर्शन हो जाए तो वो दिन शुभ हो जाता है।इसलिए हम ऐसा कह सकते हैं कि माता-पिता ईश्वर के तुल्य हैं।हमारी साँसें ईश्वर की मर्जी से ही चल रही है।ईश्वर के बिना हमारा कोई अस्तित्व ही नहीं है।ठीक उसी तरह माता-पिता के बिना हमारा कोई अस्तित्व ही नहीं है।माता-पिता के बिना हम अपनी ज़िंदगी की कल्पना ही नहीं कर सकते हैं।क्योंकि इस धरा पर हमारा कोई अस्तित्व ही नहीं होता यदि माता-पिता हमारी ज़िंदगी में न होते।हमें ईश्वर का शुक्रिया अदा करना चाहिए।ईश्वर ने हमारी ज़िंदगी में माता-पिता को उपहार स्वरूप देकर हमें बहुत बड़ा तोहफा दिया है।

जिस तरह हम सभी ईश्वर की पूजा और अर्चना करते हैं ठीक उसी तरह हमें माता-पिता की पूजा भी हर दिन करनी चाहिए।उनके बिना हम शून्य हैं।हमें ताउम्र माता-पिता की सेवा करनी चाहिए।ईश्वर के समान जो हैं माता-पिता।।

©कुमार संदीप

मौलिक, स्वरचित, अप्रकाशित

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