यदि मैं डॉक्टर होती...
तो पहन सफ़ेद कोट करती सबका मुफ्त इलाज
न अमीर न गरीब सब मेरे लिए होते एकसमान,
बन डॉक्टर मैं करती गरीबों का कल्याण
सबका हमदर्द बन सबकी बीमारी हर लेती।
यदि मैं डॉक्टर होती.....
तो इस कोरोना महामारी के काल मे
पहन पीपीई किट कोरोना को देती पछाड़।
कहते है सब मुझे ईश्वर का दूसरा रूप
बन हमदर्द करती मरीजो की सार संभाल।
यदि मैं होती डॉक्टर...
तो न कोई बिन इलाज के मरता
न कोई बिन डॉक्टर के रहता
आखिरी सांस तक करती मैं दीनदुखियों की सेवा
एक नया पैसा न लेती बस करती अपना कर्म।
यदि मैं डॉक्टर होती...
न मरने देती अपने प्यारे नानू को
जो मुझे मेरी जान से प्यारे थे
लेकिन बिन इलाज वो चले गए
मुझे अकेला छोड़ कर।
यदि मैं डॉक्टर होती...
एक ऐसा अस्पताल बनाती जहाँ मरीज आ सके
अपना इलाज बिना किसी के शर्त के करा सके।
हाँ
यदि मैं डॉक्टर होती.... तो बात ही कुछ और होती....
विनीता धीमान
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
??
Very nice ??
बहुत बढ़िया
Bahut achha likha hai
Thank you manu dear
Thank you neha❤️
Thank you babita dear
Thank you sonia ji
बहुत ही बढ़िया लिखा है
Thank you sushma ji
भावपूर्ण रचना मैम
बहुत सुन्दर
Shukriya sandeep ji??
Shukriya varsha ji... Aaj kal kafi busy rahte ho❤️???
Bahot khub ma'am. Thank you for following me.
Thank you plz maam nhi vineeta kahiye
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