संकट हारिणी व्रत स्पेशल

Please read my blog based on 13 January fast. Chaturthi vrat.

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Vineeta Dhiman
Vineeta Dhiman 11 Jan, 2020 | 1 min read

जनवरी मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है सकट चौथ व्रत।

संकटों का हरण करने वाली चतुर्थी।

इस व्रत से विघ्नहर्ता गणेश बड़े प्रसन्न होते हैं। भगवान गणेश की प्रथम पूज्‍य देवता के रूप में आराधना की जाती है। किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत से पहले भगवान गणपति की आराधना की जाती है। संकष्‍टी व्रत में भी भगवान गणेश की पूजा के साथ उपवास रखा जाता है और कथा सुनाई जाती है।

गणेश जी के 1008 नाम से या" ॐ गं गणपतये नमः" मन्त्र से 17 बार गणेश जी को निम्न मन्त्र से दूर्वा अर्पित करने से समस्त कष्ट दूर होते है।

इस बार संकष्टी चतुर्थी व्रत 13 जनवरी को रखा जाएगा।

इसे तिल चतुर्थी या माघी चतुर्थी भी कहा जाता है।

इस दिन महिलाएं अपने बच्चों की लंबी आयु की कामना के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। इस दिन भगवान गणेश और चंद्रमा की उपासना की जाती है।

कहते हैं कि इस दिन व्रत रखने से रिद्धि-सिद्धि तो मिलती है साथ ही जीवन में आने वाले संकट भी दूर होते हैं।

इस व्रत में भगवान श्रीगणेश और माता पार्वती की पूजा की जाती है। गणेश जी की कथा सुनी जाती है और चंद्रमा को अर्ध्य दिया जाता है। इस व्रत की पूजा में तिल और गुड़ के बने हुए लड्डु, गुड़ और घी भगवान गणेश जी को अर्पित किया जाता है।

इस दिन तिलकूट का भोग भगवान को लगाया जाता है।

इस व्रत की कथा है-

सत्ययुग में महाराज हरिश्चंद्र के नगर में एक कुम्हार रहता था। एक बार उसने बर्तन बनाकर आंवा लगाया, पर आवां पका ही नहीं।

बार-बार बर्तन कच्चे रह गए। बार-बार नुकसान होते देख उसने एक तांत्रिक से पूछा, तो उसने कहा कि बलि से ही तुम्हारा काम बनेगा।

तब उसने तपस्वी ऋषि शर्मा की मृत्यु से बेसहारा हुए उनके पुत्र की सकट चौथ के दिन बलि दे दी।

उस लड़के की माता ने उस दिन गणेश पूजा की थी। बहुत तलाशने पर जब पुत्र नहीं मिला, तो मां ने भगवान गणेश से प्रार्थना की।

सवेरे कुम्हार ने देखा कि वृद्धा का पुत्र तो जीवित था। डर कर कुम्हार ने राजा के सामने अपना पाप स्वीकार किया।

राजा ने वृद्धा से इस चमत्कार का रहस्य पूछा, तो उसने गणेश पूजा के विषय में बताया।

तब राजा ने सकट चौथ की महिमा को मानते हुए पूरे नगर में गणेश पूजा करने का आदेश दिया। कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकट हारिणी माना जाता है।

मेरी सभी सखियों से निवेदन है कि वो यह व्रत

अपने बच्चों के लिए जरूर करे... और उनके मंगल जीवन की कामना करें

बेटा बेटी एक समान, सुखी रहें सबका परिवार!!! इसी कामना के साथ

आप सब को तिलकुट चौथ व्रत की शुभकामनाएं!!!

आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी कैसी लगी यह भी जरूर बताएं।

विनीता धीमान

आपकी दोस्त विनीता धीमान

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