कृत्रिम बुद्धिमता :उपयोगिता और हानि

AI उपयोगिता और हानि

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Vidhisha Rai
Vidhisha Rai 17 Jul, 2025 | 1 min read
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कृत्रिम बुद्धिमता का अर्थ है ऐसी तकनीक जो मशीनों को इंसानों की तरह सोचने, सीखने और फैसले लेने में सक्षम बनाती है ।

AI के लाभ: 

 AI का उपयोग हमारे दैनिक जीवन में बहुत सामान्य हो चुका है और इसको नजरअंदाज करना लगभग नामुमकिन है।जैसे कई कंपनियाँ chat bot का इस्तेमाल कस्टमर सपोर्ट के लिए करती है जिसमें उपभोक्ता अपनी समस्या chat में लिखता है तो दूसरी तरफ़ कंपनी का AI टूल उसका समाधान देता है । 

मेडिकल क्षेत्र में भी सटीक नतीजों के लिए एआई का इस्तेमाल किया जा रहा है जैसे AI माइक्रोस्कोप से जानलेवा रक्त रोगों का भी सटीक डेटा मिल सकता है । 

शिक्षा के क्षेत्र में AI संचालित असिस्टेंट की बदौलत छात्र अब शिक्षकों से संपर्क किए बिना शैक्षिक संसाधनों का इस्तेमाल कर सकते हैं ।

खेती में AI सेंसर , ड्रोन और उपग्रहों से डेटा का विश्लेषण करता है और किसानों को वास्तविक समय के आकड़ों के आधार पर पानी , उर्वरक और कीटनाशकों के इस्तेमाल की सही जानकारी देता है ।

एडवरटाइजिंग सेक्टर में भी AI यूजर की पसंद को जानकर उसके अनुसार ad दिखाता है ।

डिफेंस सेक्टर में सेना के अलग-अलग एक्सरसाइज में ऑटोमैटिक गाड़ियाँ ,ड्रोन और रोबोट विकसित करने के लिए AI का उपयोग किया जा रहा है ।ये सिस्टम इंसानों के डायरेक्ट हस्तक्षेप के बिना सैनिक प्रशिक्षण ,निगरानी , लक्ष्य प्राप्ति और यहाँ कि युद्ध संचालन जैसे कार्य भी कर सकता है।

AI का उपयोग हमेशा बेहतर फ़ैसले लेने के लिये किया जाता रहा है ।AI तकनीक , डेटा डिलीवरी का समन्वेय कर सकती है , रुझानों का विश्लेषण कर सकती है, पूर्वानुमान प्रदान कर सकती है और सबसे बेस्ट फैसले लेने के लिए अनिश्चितताओं की संख्या बता सकती है ।

AI के नुकसान :

एआई से सबसे बड़ा नुकसान बेरोजगारी को बढ़ावा है ।AI से पारंपरिक रूप से किए जाने वाले काम को स्वचालित करने की क्षमता है, जिससे कुछ उद्योगों में रोज़गार जा सकता है ।

AI से सोच मशीनी रहेगी जिससे मानवीय मूल्यों और भावनाओं की कमी होगी । 

AI से व्यक्ति अपनी निजी जानकारी साझा करता है जिससे उसकी निजता पर खतरा है । 

AI आनेवाली पीढ़ी को आलसी और बौद्धिक रूप से कमजोर बना सकता है ।

इसके अलावा AI को हर समय अपडेट करने की जरूरत होगी जिसके लिए मशीनों की लागत ज़्यादा लगेगी ।अंतः समय के साथ इसकी क़ीमत बढ़ती जाएगी ।

 

निष्कर्ष : AI को लेकर सरकार को सतर्क रहना होगा । जो लोग इन बदलावों को शीघ्र ग्रहण नहीं कर पाएँगे उनको सरकार को ट्रेनिंग देकर अपडेट करना होगा ।

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