Shubha Pathak
Shubha Pathak 03 Dec, 2020
कीमती पल❣️
वक्त के गलियारों से जब देखा पीछे मुड़कर, मेरा बचपन नज़र आया, चाहा थाम लूं उसे रोककर, वो भी था नटखट गया मुझे बोलकर, नादान नहीं जो आऊं इतने कीमती पल छोड़कर।✍️

Paperwiff

by shubhapathakhej2

03 Dec, 2020

गलियारे बचपन के🌝

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