जिंदगी पास तो आ
जिंदगी पास तो आ तुझे एक हुनर सिखाऊं,
रोते में भी हँसने की वजह ढूँढकर लाऊँ,
हर बार तूने मुझे अपने इशारों से नचाया है,
इस बार अपने इशारों पर मैं तुझे नचाऊँ।
मेरी मुस्कान तुझे भी उलझनों में डाल दें,
मेरा दर्द ही मुझे अपना एक मजबूत ढाल दें,
पास तो आ जिंदगी एक नया पाठ पढाऊँ,
तू भी मुझे देखकर बदल अपना चाल दें।
Paperwiff
by ruchikarai