Resmi Sharma (Nikki )

resmi7590

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कुछ भी नहीं हूं फिर भी बहुत कुछ हूं बहुतों के लिए

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Resmi Sharma (Nikki ) 13 Nov, 2020 | 1 min read

ऐसी अकड़ किस काम की

अकड़ इंसान को डुबो देता है कहीं न कहीं पछताने के सिवा कुछ नहीं बचता।

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Resmi Sharma (Nikki ) 13 Nov, 2020 | 1 min read

मिसकैरेज - मेरा क्या कसुर

कुछ दर्द हम सह लेते हैं लेकिन जो दर्द चुभती बातों अटपटे व्यवहारों से होती है वो सहना नामुमकिन सा होता है।

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Resmi Sharma (Nikki ) 13 Nov, 2020 | 1 min read

दर्द ....

कुछ दर्द महसूस कर सकते हैं और हर सभंव कम भी

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Resmi Sharma (Nikki ) 12 Nov, 2020 | 1 min read

नयी उड़ान

नयी उड़ान नया जज्बा के सर थ उड़ान भरती आज की नारी

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Resmi Sharma (Nikki )
Resmi Sharma (Nikki ) 12 Nov, 2020 | 1 min read

एक दिवाली ऐसी भी

कुछ नया करें अपनों के साथ दुसरों के चेहरे पर भी खुशियाँ लाएं।

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Resmi Sharma (Nikki ) 12 Nov, 2020 | 1 min read

मन का अंधेरा करो दूर

दीप की रोशनी से पहले मन का अंधेरा दूर करें।

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Resmi Sharma (Nikki ) 12 Nov, 2020 | 1 min read

आशा का दीप

आशा का दीप जलायें इसबार उन सभी के लिए जिन्होनें परेशानियों में ये दिन गुजारा है ।

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Resmi Sharma (Nikki ) 11 Nov, 2020 | 1 min read

दिल तो अभी जवान है

बूढें हैं तो क्या अपनी भी जिंदगी है खुलकर जीना चाहिए।दिल जवान महसूस करें ताजगी रहेगी।

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Resmi Sharma (Nikki ) 11 Nov, 2020 | 1 min read

वो मासुमियत

बचपन की मासुमियत भला दर्द झेल पाए तो कैसे खो जाती है मासुमियत हमेशा के लिए एक गम खत्म कर देती है सबकुछ।

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Resmi Sharma (Nikki ) 11 Nov, 2020 | 1 min read

माँ..

माँ की ममता बस माँ ही लुटा पाती है माँ अनमोल है

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