खुद से मश्वरा................

बेवकूफ नहीं समझदार बनेंगे, हम खुद की सुन खुद को मज़बूत करेंग.

Originally published in hi
❤️ 0
💬 0
👁 619
rashi sharma
rashi sharma 16 Sep, 2022 | 0 mins read

जितना जानोंगे उतना ही खोते जाओगे,

पूछोगे किसी और से तो बहक जाओगे,

जितने लोग उतनी बातें होगी,

इन सब में तुम किस को सही और किस को गलत ठहराओगे,


इतना पूछा कि पागल से हो गए,

सबकी सुन हम मदहोश से हो गए,

बिना नशे के नशा होने लगा जब देखा सोचना मुश्किल है यहां,

तभी तो सबने जज बनने का फैसला कर लिया,


छोड़ो दुनिया कि सुनना,

जब समस्या खुद कि है तो ज़िक्र किसी और से क्यों करना,

सलाह के नाम पर सब ताने देते है,

माफी मांगने के बाद भी सिर पर सवार रहते है,

हमने भी एक नया जुगाड़ बैठाया है,

भीड़ में जाए सब अब हमने खुद से मश्वरा लेने का मन बनाया है.

0 likes

Support rashi sharma

Please login to support the author.

Published By

rashi sharma

rashisharma

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.