खरीदे हुए रिश्ते

खरीदे हुए रिश्ते कहां जुड़ते हैं

Originally published in hi
Reactions 0
315
Prem Bajaj
Prem Bajaj 19 Dec, 2020 | 1 min read

खरीदें हुए रिश्तों की उम्र नहीं होती . ...


गरीबी के आंसू किसी को नज़र नहीं आते , मासूम मुन्ना के हाथ में कागज़ का टुकड़ा है ।

बापु दीदी ने ऐसा काहे लिखा ।

रामलाल रोए जा रहा है , क्या कहे वो , उसके सामने वो दृश्य उजागर हो गए ।

मालिक आज थोड़ा सा धान दे दो सुखा पड़ा है खेतों में फ़सल तो है नाहीं , बच्चे भूखे हैं ।

धान तो लेजा लेकिन पहले ही इतना कर्जा है तेरे सिर पे कब चुकाएगा ।

मुनिया की शादी कहां से करेगा , और तु कहता है मुन्ना को पढ़ाऊंगा , इस गरीबी में कैसे करेगा ,

तुझे कहा तो है मुनिया की शादी मुझ से कर दे बस उम्र ही तो थोड़ी ज्यादा है मेरी ,

और कोई ऐब तो नहीं मुझमें मगर तु माने तब ना , जा घर जा के सोच के आज ही बता दियो । 


जी मालिक सोचना ही पड़ेगा अब तो धान तो हुआ नाहीं सारा साल कहां से खाएंगे ।

अरी ओ मुनियां की अम्मा अब तु ही समझा मुनियां को कहती है जमींदार से शादी नहीं करेंगी ,

अरी इतना बड़ा आदमी और कहती है मैं वहां खुश नहीं रह सकती ,

का कमी है , राज करेगी राज समझा ना इसको मुन्ना को भी तो पढ़ाना है ,

जमींदार कह रहा है कर्जा भी माफ़ कर देगा और मुन्ना को भी पढ़ा देगा ।


बापु मेरे को तो वो खरीद लेगा, का मेरी खुशी खरीद लेगा ?

खरीदी हुई जिंदगी की उम्र ना ही होवे बापु ।


सच कहती थी बिटिया हमने उसकी शादी करा दी

पर कभी खुश नहीं दिखी वो एक साल में ही सब खत्म हो गया ।

ज़ार -ज़ार रोज़ जा रहा और उस कागज़ को चूमे जा रहा है

 जैसे उसमें बेटी नज़र आ रही हो ।

0 likes

Published By

Prem Bajaj

prembajaj1

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.