Covid -19

Poem for the competition

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Pragati gupta
Pragati gupta 24 Apr, 2020 | 0 mins read

कैसी महामारी ये कैसी जंग हैं दुनिया इससे पल पल तंग हैं ।

कहीं पड़ी जेबें खाली हैं तो कहीं भूख बीमारी लाचारी हैं ।

एक वायरस जो दुनिया हिला गया

हमें हमारी असली हैसियत दिखा गया

पर न तुम हैरान ,न ही हो परेशान ।

कोरोना की जंग भी हम मिलकर जीतेंगे

जीतकर फतेह की हम डुग्गी पिटेंगे। बस आदेशों का करों पालन

लॉकडाउन न तोडकर गवाओं जान ।

ये जान बहुत कीमती हैं इसे जरा सहज लो

दस दिन और घर मे बंद रह लों ।

जिस दिन गया कोरोना

उस दिन तुम जश्न कर लेना ।

पर तब तक अपनों को बचाने के लिए

मेरे प्यारे भाई बहनों घर मे बंद रह लेना ।

ये जंग हम फिर जीत जाएंगे

हार गए प्राण तो फिर न जी पाएंगे

समझ कर बुद्धि का प्रयोग कर लों घर मे रहकर समय का सदुपयोग कर लो। तरीकेंं हजार हैं सीखने के

जिगर चाहिए मगर कर गुजरने के लिए

साथ रहा जो अपनोंं का तो वक्त क़ भी मात दे जाएगे

भले ही ले ली हजारों जान कोरोना ने पर हम नियमों का पालन कर अपने प्राण बचा लेंगे ।

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