उठती हूँ जब भी

ठान कर कमर सोचती हूं जल्दी से कर लूं सारे काम

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Ektakocharrelan
Ektakocharrelan 26 Mar, 2021 | 1 min read
Homemaker Family Responsibilities Daily routine of mother Mother

उठती हूँ जब भी

पड़े होते घर के काम

मुझे पुकारने लगते

घर में दिन भर के काम

ठान कर कमर सोचती हूँ

जल्दी से कर लूं सारे काम

फिर करूँ कुछ आराम

दूध वाला डोर बेैल बजाता

सब्जी वाला आवाज़ लगाता

बाई कहे जल्दी से बर्तन 

खाली करो भाई

सबको बोले आई- आई

अभी आई

ठान कर कमर सोचती हूं

जल्दी से कर लूं सारे काम

झठ निपटाती हूं सारे काम

इतने में बच्चें स्कूल जा कर भी वापिस आ जाते है

मम्मा-मम्मा आवाज लगाते है

थकती हूं पर फ्रेश हो जाती हूं 

जैसे ही सुनती हूं उनकी पुकार

खाना खिला, होमवर्क करा कुछ मस्ती करना चाहते है

मम्मा क्या करते रहे थे आप दिन भर 

ऐसा अक्सर फरमाते 

तुम खेलों बच्चों, रात के मैं

निपटा लूं काम 

पापा भी आने वाले है

अभी नहीं पूरे कर सकती 

तुम्हारे फरमान

जल्दी नही सोए तो कैसे होगे कल के काम

ठान कर कमर सोचती हूँ

जल्दी से कर लूं सारे काम

एकता कोचर रेलन हरियाणा

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