ये लड़कियां जाने क्यूं नित ख्वाब बुनती है (हर लड़की के दिल के भाव)

ये लड़कियां जाने क्यूं नित ख्वाब बुनती है (हर लड़की के दिल के भाव)

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Ektakocharrelan
Ektakocharrelan 29 Nov, 2020 | 1 min read
Behaviour Give sufficient time Understand them Child Education

सपने देखना किसे अच्छा नहीं लगता पर ये सपने जब हम लड़कियों से जुड़े होते हैं तो कौन जाने बचपन से भरे आँखों में ख्वाब कब पूरे हो जाएं और कब ये सपने विलीन हो जाते है वक्त की रंग बिरंगी धूप में

कुछ ऐसे ही भावों को पिरोया मैंने अपनी कविता में आप भी पढ़िए और शेयर कीजिए अपने सपनों को कमेन्ट बॉक्स में

सपने

अकेले बैठ कर नित नये सपने बुनती है

सपनों का मोल नहीं फिर भी नयी राहें चुनती हैं

हाँ जानती है फिर भी !!

ये लड़कियां जाने क्यूं नित ख्वाब बुनती है

ये सपने हाँ !कभी किसी को यूँ ही नहीं मिलते

दर्द हर सहती और सफ़र में हमराही चुनती हैं

हाँ जानती है फिर भी !!

ये लड़कियां जाने क्यूं नित ख्वाब बुनती है

ये मशरूफ हो खुद को अक्सर भूल जाती हैं

कभी फुर्सत में मोती ख्वाब के चुनती हैं

हाँ जानती है फिर भी !!

ये लड़कियां जाने क्यूं नित ख्वाब बुनती है

सपने सब के नयनों में पलते जागीर होते हैं

समझो तो सबके ख्वाबों की ताबीर बनते हैं

हाँ जानती है फिर भी !!

ये लड़कियां जाने क्यूं नित ख्वाब बुनती है

रोजमर्रा की ख्वाईशो में खुद से खुद को दूर करती

दर्द में अक्सर रहती मेहनत से खुद को चूर करती हैं

हाँ जानती है फिर भी !!

ये लड़कियां जाने क्यूं नित ख्वाब बुनती है

गिला किसी से कभी इस के लिए नहीं कर सकती

ख्वाब अक्सर इनके दिल से जुड़ी तस्वीर होते हैं

हाँ जानती है फिर भी !!

ये लड़कियां जाने क्यूं नित ख्वाब बुनती है

ताकत रखती है लकीरों को बदलने की बेशक

शिद्दत से करती खुद को कुर्बा सबके सपने पूरे करती हैं

हाँ जानती है फिर भी !!

ये लड़कियां जाने क्यूं नित ख्वाब बुनती है

अपनी ख्वाइशों को पीछे छोड़ आती है

खुद को झंझोर कर सबको उजाला दिखाती है

हाँ जानती है फिर भी !!

ये लड़कियां जाने क्यूं नित ख्वाब बुनती है

एकता कोचर रेलन

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Ektakocharrelan

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