कुछअनकही कुछअनसुनी

ना दु:खाना किसी का ह्रदय कहे सब माटी की देह रे

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Ektakocharrelan
Ektakocharrelan 24 Jan, 2021 | 1 min read
#1000poems Never hurt Speak sweetly Beautiful world Life is short

तीर से चुभ जाते हैं अन्जाने क‌ई बार कुछ बोल रें

सोच समझ कर बोल मनवा बोलने से पहले तोल रें

कुछ अनकही कुछ अनसुनी बातें हवा में मत छोड़ रें

कह दे मुँह से प्यारे बोल नाप तोल कर तू बोल रे

ना दु:खाना किसी का ह्रदय कहे सब माटी की देह रे

तेरी मेरी करके ना जी रिश्तों का ये खेल ना खेल रें  

अपना अपना सब को सुंदर लागे दूजे को भी देख रें

 क्या बीते कब किस पर पर्दे के पीछे कुछ और रें

एकता कहे ये जीवन कितना सुंदर लागें हर और रें

बोल मीठें बोल कुछ अनकही कुछ अनसुनी सोच रें

एकता कोचर रेलन

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