आई होली आया रंगों का त्योहार,
चलो मिलकर करते है इसका भव्य आगमन मेरे यार।
रँग जमा लो और हो जाओ त्यार,
बाँध लो दिल की गाँठ क्यूँकि बाँटना है अत्यधिक प्यार।
होली आई
संग अपने अपार खुशियाँ लायी,
प्रत्येक व्यक्ति ने है रंगों की बरखा सजाई।
है उपस्थित धरती पे आज उस इन्द्रधनुष का हर रँग,
खेले रंगो का त्योहार राधा भी अपने प्रियतम कृष्ण के संग।
ना सिर्फ रँग का होली त्योहार है फूल का,
जो खेली आ रही है अनंत से,
होली त्योहार है उस कीचड़ धूल का।
जो खेली थी सयं प्रेम की रानी राधा रानी ने,
जब राधा की चुनर रँग डाली थी मुरारी ने,
हूई प्रसिध्द वो लठमार होली के नाम से,
ठिठोली भारी पड़ी जो मुरारी को राधा रानी की मार से।
होली त्योहार है अथाह प्रेम में खोने का,
येह पर्व है अपने प्रिया के साथ सभी रंगो मे मगन होने का।
तो आओ मिलकर करे साकार इसके आधार को,
बाँटे हर ह्रदय में बसे प्रेम अपार को।।
होली ~ प्रेम का त्योहार
होली सिर्फ रंगों का ही नही प्रेम का त्योहार है। तो आओ मिलकर प्रेम बाँटे ।
Originally published in hi
Komal Mittal
01 Mar, 2020 | 0 mins read
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