शीर्षक : खुशहाल जीवन के लिए खुद से प्यार

Published By Paperwiff

Mon, Sep 19, 2022 3:35 PM

कहते हैं न कि यदि आप खुद से प्रेम नहीं करते हैं, तो आप दूसरों से प्यार नहीं कर सकते। अपने आपको प्यार करना उतना ही जरूरी है जितना की सांस लेना। आप ही हैं, जो अपने जीवन की दिशा को तय कर सकते हैं, यानी खुद ही यह तय कर सकते हैं कि आपको क्या करना है। अपनी भावनाओं, रिश्तों और व्यावहारिक जिंदगी के लिए दूसरों पर निर्भर न रहें। अपनी जिंदगी की लगाम अपने हाथों में रखें, यह आपका हक आपसे कोई नहीं छीन सकता। आज के ब्लॉग में हम बात करेंगे खुशहाल जीवन के लिये हम क्या करना चाहिए और क्या नही।

1. कमियों को स्वीकार करना: खुद से प्यार करने के लिए सबसे जरूरी है कि आप अपनी क्षमताओं और कमियों को स्वीकार करे। बिल्कुल एक दोस्त की भांति। असफलता हो या किसी बात को लेकर निराशा, उन क्षणों में खुद से ऐसा ही व्यवहार कीजिए, जैसे आप दूसरों को ढाढस बंधाने के लिए करते हैं। जैसे हम अपने सबसे अच्छे दोस्त की कमियों को जानते हुए भी उसका हौसला बढ़ाते है, वैसे ही खुद का भी हौसला बढ़ाने की आदत डाल लें।

2. सोशल मीडिया से दूरी:

सोशल मीडिया पर किसी न्यूज को पढ़कर या देखकर हम अक्सर तनाव में आ जाते है। आपके साथ कई बार ऐसा हुआ होगा कि फेसबुक या इंस्टाग्राम पर दोस्तों का हाल जानने के बाद आप खुद को लेकर टेंशन में आ गए। शोधों में भी यह बात साबित हुई है कि सोशल मीडिया डिप्रेशन भी बढ़ाता है। इसलिए बहुत जरूरी है कि हमें सोशल मीडिया पर दूसरों से अपनी तुलना करने से बचना चाहिए।

3. खुद को अपडेट करें: 

आज के दौर में खुद को बदलने की नही बस अपडेट करने की जरूरत हैं। सीखना किसी भी उम्र में कम न करें। यह आपके खुद के विकास के लिए जरूरी है। यू-ट्यूब से कुछ नई चीजें सीखने की कोशिश करना, मोटिवेशनल चीजों को पढ़ना और सुनना, नए कोर्सेज करना, टेक्नोलॉजी की नई बातें जानना, देश-दुनिया की खबर रखना, ये सारी चीजें आपको बेहतर बने रहने में मदद करती हैं। अगर आप ऐसा कर पाते हैं, तो यह आपके लिए बहुत ही अच्छा होगा।

4. खान-पान की आदतें सुधारे:

एक खुशहाल जीवन के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहना बेहद जरूरी है और इसके लिए सबसे प्रमुख है हमारा खान-पान। हम क्या खाते हैं, कैसे खाते है, क्या पीते है, कब पीते है इस सबका सीधा प्रभाव हमारे शरीर पर पड़ता है। सही खान-पान शारीरिक और मानसिक बीमारियों से भी दूर रखता हैं। ये शरीर आपका है। इसका ध्यान रखने की जिम्मेदारी भी आपकी है। समय पर, सही और संतुलित खाना जितना जरूरी आपके घर वालों के लिए है, उतना ही जरूरी आपके लिए भी है। बचा-खुचा खा लेना, जब टाइम मिले तब खाना; अपने साथ ऐसा करते हुए आपको सोचना चाहिए कि आपका शरीर कोई कूड़ादान नहीं है, जिसके अंदर कुछ भी डाल दिया जाए। सेहतमंद खाने से समझौता करके खुद को बीमार न बनाएं

5. तुलना न करें:

मुझसे लोग प्यार नहीं करते, क्योंकि मैं सुंदर नहीं हूं। मेरा रंग काला है, मैं बहुत मोटी हूँ या मेरी हाइट कम है। इस तरह की बातों से हमेशा खुद को कम आंकना या हर समय अपनी आलोचना करना बताता है कि आप स्वयं को प्यार नहीं करते। इस तरह की आलोचना करके आप न केवल अपनी कमी को उजागर कर रहे है, बल्कि अपने मनोबल को भी कमजोर कर रहे हैं। ये सब बातें हमारे दिमाग मे नकारात्मकता भरती है। विशेषज्ञ भी मानते हैं कि जब हम खुद की आलोचना करते हैं या हर समय नकारात्मक सोचते हैं, तो हमारे शरीर में तनाव बढ़ाने वाले हार्मोंस का स्राव होता है और आप और ज्यादा तनावग्रस्त हो सकते हैं। अगर आप चाहते हैं कि लोग आपको प्यार करें तो पहले खुद को प्यार करना सीखिए।

6. ईर्ष्या न करें:

अक्सर लोग दूसरों की सराहना करने के बजाय उनसे ईर्ष्या करने लगते हैं। अगर आपको एक खुशहाल ज़िन्दगी चाहिए और आप अपनी तुलना दूसरों से करते हैं, तो लाख कोशिश के बाद भी आप खुश नहीं रह पाएंगे। इसीलिए, दूसरों से अपनी तुलना करना बंद करें और अपने आपको बेहतरीन बनाएं।

प्रकृति के साथ खुली हवा में समय बिताये, हँसमुख लोगो के बीच रहें, अकेलेपन से बचें, सुखद पलों को याद करना, खुद को वक्त देना, संगीत सुनना, नियमित रूप से ध्यान और योग का अभ्यास करना, परिवार के साथ घूमने जाना, जरूरतमंदों की मदद करना, छोटी-छोटी जीत का जश्न मनाना आदि आपको खुश रखने में मदद करता है। हमेशा आत्मविश्वास के साथ काम करे। आत्मविश्वास होगा तो गलतियां भी कम होंगी। कोई गलती होती भी है, तो धैर्य रखें और उन गलतियों से सीख लेकर अगली बार बेहतर करने की कोशिश करें।

दोस्तो आज के ब्लॉग में बस इतना ही। अगले ब्लॉग में हम फिर हाजिर होंगे एक नए विषय के साथ

धन्यवाद।

बबिता कुशवाहा (पेपरविफ़ टीम)