Interesting story behind making of song Chhod Do Aanchal Zamana Kya Kahega (Movie "Paying Guest")

Published By Paperwiff

Wed, Jan 11, 2023 3:50 PM

1957 की हिट रोमांस-ड्रामा फ़िल्म पेइंग गेस्ट जिसमें देवानन्द, नूतन, गजानन जागीरदार, शुभा खोटे और कई दिग्गज कलाकार मौजूद थें जिन्होंने अपनी खूबसूरत अदायगी से फ़िल्म में चार चाँद लगा दिए।

तो आज हम बात करने वाले है इसी फ़िल्म के एक गाने छोड़ दो आँचल ज़माना क्या कहेगा की। ये गाना पूरी तरह से देवानंद और नूतन पर फ़िल्माया गया था और इस गाने को खूबसूरती से लिखने वाले लेखक मशहूर शायरमजरूह सुल्तानपुरी थे। इस गाने के गायक किशोर कुमार और आशा भोसले थे और इस गाने को संगीत दिया था एस.डी. बरमन ने। तो फिर ऐसा क्या हुआ था कि मयुज़िक डायरेक्टर की पसंद पर ये गाना खरा नहीं उतरा और फिर भी सुपर हिट हो गया।

दरअस्ल ये गाना जब किशोर कुमार और आशा भोसले फ़िल्म के मुताबिक रिकॉर्ड कर रहे थे तो सब बहुत ही खुश थे कि क्या गाना बनकर आया है मगर एस.डी. बरमन के हिसाब से ये गाना ठीक तरह से रिकार्ड नहीं हुआ था। एस.डी बरमन को गायकी के मुताबिक ये गाना उतना अच्छा नहीं लग रहा था और वो आशा भोसले से ख़ास नाराज़ थे। यहाँ तक कि उन्होंने आशा भोसले को साफ़ शब्दों मे कहा था कि ये गाना तुमने बिलकुल अच्छा नहीं गाया जिस तरह से मैं चाहता था तुम उस तरह से तो ये गाना निभा ही नहीं पायी। मैं इस गाने का रिकार्ड बनने से पहले एक बार फिर चाहूँगा कि तुम इस गाने को रिकार्ड करो। वक़्त की कमी के चलते ये गाना दोबारा रिकार्ड हो ही नहीं सका।

जब ये गाना रिलीज़ हुआ तो पब्लिक को बहुत पसंद आया जबकि ये गाना दोबारा रिकार्ड नहीं हुआ और आशा भोंसले की उसी आवाज़ में बना जो म्युज़िक डायरेक्टर को नापसंद थी। सबने देवानन्द और नूतन के साथ-साथ किशोर कुमार और आशा भोसले की गायकी को भी सराहा।

ये बात साबित हो गई कि जो चीज़ पब्लिक के हिसाब से हिट हो जाए उसमें डायरेक्टर तो क्या फिर किसी की भी नहीं चलती।

-- Firdous (Paperwiff)