Essential Tips for Progress in Writing

Published By Paperwiff

Mon, Mar 7, 2022 11:30 PM

लेखन क्षेत्र में प्रगति हेतु आवश्यक टिप्स

अपनी रुचि अनुसार हर क्षेत्र में प्रगति की जा सकती है चाहे वह क्षेत्र कोई भी हो। ऐसे ही एक क्षेत्र है लेखन। जी हाँ, लेखन क्षेत्र में भी बेहतर किया जा सकता है और प्रगति की सीढ़ियों की ओर क़दम बढ़ाया जा सकता है। बस हमें कुछ सार्थक प्रयास करने होंगे ताकि हम लेखन क्षेत्र में निरंतर उन्नति करें। आज आपके समक्ष कुछ टिप्स साझा करने जा रहे हैं जिसे आत्मसात कर हम लेखन क्षेत्र में बेहतर कर सकते हैं और ख्याति प्राप्त कर सकते हैं।

विधा में परिपक्वता हासिल करने हेतु:- चाहे आपको जिस भी विधा लिखना सहज लगता हो उस विधा में नियमित रूप से लिखते रहिए, चाहे वह विधा गद्य हो अथवा पद्य। पर हाँ, विधा में परिपक्वता लाने हेतु आपको कुछ सार्थक प्रयास करने होंगे। नियमित रुप से प्रकाशित होने वाले ख्यातिप्राप्त मासिक अथवा साप्ताहिक पत्रिका में प्रकाशित होने वाली रचनाओं का नियमित रुप से अध्ययन करें। ख्यातिप्राप्त पत्रिकाओं में सार्थक व त्रुटिमुक्त रचनाओं को ही स्थान दिया जाता है, उनमें प्रकाशित रचनाओं का गंभीरता पूर्वक अध्ययन करना आपको उस विधा में परिपक्व बना सकता है। प्रकाशित रचनाओं को पूरी तन्मयता से पढ़ें, देखें कि रचनाकार ने रचना के निर्माण में किन तथ्यों पर विशेष ध्यान दिया है, किस तरह से शब्द संयोजित किया है। यह गतिविधि आपको लेखन क्षेत्र में उन्नति की ओर ले जाएगी।

पद्य विधा में सार्थक सृजन हेतु:- छंद से बंधी रचनाएं पढ़ने में व सुनने में कितनी प्यारी लगती हैं ना। तो जरा सोचिए यदि हम छंदबद्ध रचना लिखना आरंभ करें तो कितना बेहतर होगा? हमारी पद्य रचना के पाठक सह श्रोता भी पढ़ेंगे। पर यह तभी संभव है जब हम पद्य विधा में सार्थक सृजन करें। गूगल सर्च इंजन पर जाकर जैसे ही आप छंदबद्ध रचना सृजन के विषय में जानकारी हासिल करना चाहेंगे, अनगिनत जानकारी आपकी आँखों के समक्ष प्रकट हो जाएंगे। कुछ दिनों की मेहनत व लगन की मदद से आप पद्य विधा में सार्थक सृजन करने लगेंगे।


हमेशा पॉकेट में अथवा पर्स में रखें पॉकेट डायरी:- अच्छे विचार पता नहीं कब मन में अंकुरित हो जाएं, इसलिए बहुत जरूरी है कि समय रहते अंकुरित हुए उन विचारों को संजो लें। ऐसा करने के लिए आप पॉकेट में अथवा पर्स में हमेशा ही पॉकेट डायरी रखें जैसे ही कुछ सार्थक विचार मन में उपजे फौरन उसे कलम की सहायता से डायरी में लिख लें, ऐसा करने से नियमित रूप से ही आप कुछ बेहतर लिख पाएंगे। आपके पास नवीन रचना सृजन करने हेतु विचारों की कमी नहीं रहेगी।

आलोचना का हाथ जोड़कर स्वागत करें:- जब आप कुछ लिखते हैं तो यह ज़रूरी नहीं कि उस रचना पर प्रशंसा से ओतप्रोत टिप्पणी ही प्राप्त हो, कभी-कभी कुछ लोग हमारी रचना पर आलोचना भी करते हैं। तो आलोचना से हतोत्साहित होकर हमें लिखना नहीं छोड़ देना चाहिए, नियमित रूप से लेखन जारी रखना चाहिए। पर हाँ, हमें अपनी ग़लतियों को भी दरकिनार नहीं करना चाहिए। जब कोई वरिष्ठ रचनाकार हमें हमारी ग़लतियों की ओर ध्यान आकृष्ट कराते हैं, तो हमें उनके विचारों का सम्मान देते हुए उन ग़लतियों को सुधारने का प्रयास करना चाहिए। निःसंदेह हम एक दिन बेहतर लिखने लगेंगे।

लेखन क्षेत्र में प्रगति की ओर क़दम बढ़ाने हेतु उम्मीद है उपरोक्त चंद टिप्स आपको पसंद आए होंगे। महज कुछ सार्थक प्रयास लेखन क्षेत्र में आगे बढ़ने में मदगदगारी सिद्ध हो सकता है। निर्भर हम पर करता है कि हम लेखन क्षेत्र में आगे बढ़ने हेतु किस शिद्दत से सार्थक प्रयास करते हैं।

धन्यवाद!

©कुमार संदीप