यदि मैं चिकित्सक होता

एक ऐसा व्यक्ति जिसके कारण आप स्वस्थ रहते हैं,जिसने अपनी थकान की परवाह न कर आपके थकान को मिटाया,आपकी पीड़ा हरने को खुद ही आपकी पीड़ा सहने का भार उठाया।

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Bharat Bhushan Pathak
Bharat Bhushan Pathak 03 Jul, 2020 | 1 min read

होता यदि चिकित्सक मैं!

दर्द तुम्हारे ले लेता।

व्रणों को पोंछकर पीड़ा,

न कभी होने देता।

थक जाता मैं यदि ,

न थकने तुम्हें देता।

क्या होता यदि जिन्दगी,

हार ही जाती मेरी,

जिन्दगी तुम्हारी हारने कभी,

न भूल से भी देता।

तुम्हारी पीड़ा दूर कर,

तुम्हारे सब कष्ट हर।

हर व्रण तुम्हारे पोंछके ही,

मैं शून्य में विलीन होता।

मुस्काते मेरे शेष अवशेष भी,


तुम्हें सुख में देखकर,

यदि मैं चिकित्सक होता।

भारत भूषण पाठक

धौनी(शुम्भेश्वरनाथ)

जिला-दुमका(झारखण्ड)

लेखनी नाम-भारत भूषण पाठक"देवांश"








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Bharat Bhushan Pathak

bharatbhushanpathak

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

  • Kumar Sandeep · 3 years ago last edited 3 years ago

    उत्कृष्ट सृजन सर

  • Bharat Bhushan Pathak · 3 years ago last edited 3 years ago

    हार्दिक आभार अभिन्न

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