स्वाभिमान
अपने दम पर ही चलता जो- मेहनतकश ,कर्मठ इंसान, स्वावलंबी और दृढ़ प्रतिज्ञ वह- सदा करें सबका सम्मान, सबका नेह संजो लेता जो, उसका नहीं कोई भी सानी- वही है सच्चा स्वाभिमानी अंतर्निहित है तन-मन में- अमित नेह की पावन सोच, परहित भाव जगे रहते हैं- बात करे वह निःसंकोच मनमोहक व्यक्तित्व का स्वामी करे न बस अपनी मनमानी वही है सच्चा स्वाभिमानी लेखिका- डा. अंजु लता सिंह गहलौत, नई दिल्ली

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by anjugahlot

26 Feb, 2024

स्वाभिमान

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