कहानी

Originally published in hi
Reactions 0
602
Abhishek Singh Tomar
Abhishek Singh Tomar 02 Sep, 2019 | 1 min read

निधि मेरी दोस्त है। कल उसने मुझे फोन करके अपने घर बुलाया था। फोन पर उसकी आवाज़ से मेरे मन में खटका हो चुका था कि कुछ न कुछ गड़बड़ है। मैं शाम को उसके घर पहुंचा। उसने चाय बनाई और मुझसे बात करने लगी। पहले तो इधर-उधर की बातें हुईं, फिर उसने कहना शुरू कर दिया कि नितिन से उसकी नहीं बन रही और उसने उसे तलाक देने का फैसला कर लिया है।

0 likes

Published By

Abhishek Singh Tomar

ajay802317

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.