गर्मी से केवल इंसान ही नहीं पशु-पक्षी भी परेशान हैं। जिस तरह हमें भूख और प्यास लगती है ठीक उसी प्रकार पशु-पक्षियों को भी भूख और प्यास लगती है। हमें जब प्यास लगती है तो फौरन पानी पी लेते हैं हम। क्योंकि हमारे पास जल उपलब्ध है, परंतु जरा एक पल के लिए महसूस कीजिए पशु-पक्षियों के दर्द को।
क्या पशु-पक्षियों को भूख व प्यास नहीं लगती है? बेजुबान पक्षी अपना दर्द व्यक्त करेंगे भी तो किसके साथ! उनके दर्द की सीमा नहीं है। हमारी ज़िम्मेदारी बनती है कि हम उनके दर्द को दूर करने का प्रयत्न करें।
घर के बाहर या खिड़की के पास पानी रखें :- किसी बड़े डब्बे में या गमले में साफ व ताजा पानी घर से बाहर या खिड़की के पास सुरक्षित स्थान पर रख दें। ताकि बेजुबान पशु-पक्षी पानी पीकर प्यास बूझा सकें। इंसानियत के नाते हम सभी को यह छोटा-सा प्रयास अवश्य करना चाहिए। न तो इसमें अत्यधिक निवेश करना है और न ही अधिक परेशानी है। बस एक छोटा-सा प्रयास करना है पक्षियों को पशुओं को पानी उपलब्ध कराने की। जब पशु-पक्षी देखेंगे कि घर के बाहर पानी रखा हुआ है, तो अपनी प्यास बुझाने हर दिन आएंगे।
दूसरों को भी प्रेरित करने का प्रयास करें :- पशु-पक्षियों के दाना-पानी की व्यवस्था ख़ुद भी करें व ऐसा करने के लिए दूसरों को भी प्रेरित कीजिए। गर्मी के दिनों में प्यास बुझाने की समस्या अधिक होती है। पशु-पक्षी यत्र-तत्र प्यासे बुझाने के उद्देश्य से भटकते रहते हैं, पर पशु-पक्षियों को पानी नहीं मिलता है। ऐसे में यदि हम मिलकर यह प्रयास करें तो कई पशु-पक्षियों की जान बच जाएगी।
जीवन में दर्द और तकलीफ केवल इंसानों को ही नहीं है, पशु-पक्षी भी अनगिनत तकलीफ सहन करते हैं। हमारे जीवन में मुश्किलें तो आती ही हैं, पर हम बुद्धि-विवेक व कर्म से उन मुश्किलों को मात देते हैं। पर पशु-पक्षी के लिए मुश्किल सहन करना कष्टप्रद है। इसलिए हमें इंसानियत के नाते उनके जीवन में आई मुश्किलों को दूर करने हेतु सार्थक प्रयास करना चाहिए।
©कुमार संदीप
मौलिक, स्वरचित, अप्रकाशित
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
Bahut sahi sandesh👍👏👏
जी मनपूर्वक आभार आपका
संदेशपरक
बहुत ही अच्छा संदेश
Bahut sunder
Nice...bahut sunder sandesh👌
संदेशप्रद रचना
बहुत सही संदेश दिया है आपने भाई
धन्यवाद दी
Please Login or Create a free account to comment.