मतदान है एक महादान

मतदान की प्रक्रिया में बदलाव की है ज़रूरत।

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Kumar Sandeep
Kumar Sandeep 20 Nov, 2020 | 1 min read
Changes Voting

वर्तमान समय में मतदान करने की प्रक्रिया भी उत्तम है, परंतु भारतीय चुनाव आयोग यदि मतदान की प्रक्रिया में कुछ बदलाव करे कुछ नए नियम लाए तो निश्चित ही सर्वहित व राष्ट्रहित में भी सही रहेगा। मतदान अन्य दानों से श्रेष्ठ दान है, इसमें किंचित भी संदेह नहीं। अपने मत का दान ही नहीं करते हैं हम सब मत का दान कर हम चुनते हैं एक ऐसे उम्मीदवार को जिसके ऊपर राष्ट्र की समाज की दिशा व दशा बदलने की ज़िम्मेदारी होती है। हम सभी को मत का सदुपयोग करना चाहिए ताकि राष्ट्र का उत्तरोत्तर विकास हो। इस आलेख में मतदान करने की प्रक्रिया में कुछ बदलाव होना चाहिए उसी का जिक्र करने जा रहा हूँ।

भारतीय चुनाव आयोग यदि मतदान करने की प्रक्रिया में निम्नलिखित बदलाव करे तो निश्चित ही समाज में इसके सकारात्मक परिवर्तन देखने को अवश्य मिलेंगे:------

पोलिंग बूथ पर ही नहीं घर से भी मतदान करने का अवसर-

शारीरिक रुप से कमजोर, लाचार होने के कारण पोलिंग बूथ पर कुछ लोग जाने में असमर्थ होते हैं, इस कारण वह मतदान नही कर पाते हैं। यदि भारतीय चुनाव आयोग घर से भी मतदान करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दे तो वोटिंग प्रतीशत भी बढ़ेगी व लोकतंत्र के पावन पर्व में सभी की भागीदारी भी होगी।

इवीएम मशीन के स्थान पर वोटिंग की कोई अन्य तकनीक-

इवीएम मशीन के द्वारा भी मतगणना के वक्त धांधली की समस्या उजागर होती है, कभी-कभी। इसलिए चुनाव आयोग को मतदान की प्रक्रिया के लिए इवीएम की जगह मतदान करने के लिए कोई अन्य तकनीक लाना चाहिए ताकि फर्जीवाड़ा कम हो सही निर्णय हो।

कार्यकाल के दौरान का पूरा लेखाजोखा प्रस्तुत करने की प्रक्रिया-

मतदान करने के पश्चात विजयी उम्मीदवार के पाँच वर्ष का पूरा लेखाजोखा जनता के समक्ष या तो सरकार को प्रस्तुत करना चाहिए या चुनाव आयोग को जनता के समक्ष प्रस्तुत करना चाहिए। ताकि जनता सही उम्मीदवार का चयन कर सके अगली बार। जिसने समाज के हित में कार्य न किया हो उन्हें कुर्सी पर से उतारा जा सके। इसलिए यह अति आवश्यक है कि जनता के समक्ष कार्यकाल के दौरान की हर गतिविधि को साफ-साफ प्रस्तुत किया जाए।

इन सभी नवीन बदलावों के अतिरिक्त जनता को भी मतदान करते वक्त कुछ बदलाव करने की ज़रूरत है। हम सबकुछ सरकार के भरोसे ही नहीं छोड़ सकते हैं। कुछ बदलाव हमें स्वयं भी करने की ज़रूरत है। मतदान करने वक्त किसी के बहकावे में आने की बजाए सही, ग़लत का निर्णय हमें स्वयं ही लेना चाहिए। सच का साथ व ग़लत का विरोध हमें ज़रूर करना चाहिए साथ ही अन्य लोगों को भी जागरूक करना चाहिए। ताकि सभी अपने मत का सदुपयोग करें सभी राष्ट्र के विकास में अपना योगदान दे सकें।

धन्यवाद!

©कुमार संदीप

मौलिक, स्वरचित, अप्रकाशित

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Kumar Sandeep

Kumar_Sandeep

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

  • Shubha Pathak · 3 years ago last edited 3 years ago

    Very informative 👏👍👏

  • Kumar Sandeep · 3 years ago last edited 3 years ago

    Thanks a lot di

  • Sonnu Lamba · 3 years ago last edited 3 years ago

    Good 👏

  • Kumar Sandeep · 3 years ago last edited 3 years ago

    धन्यवाद दी

  • Babita Kushwaha · 3 years ago last edited 3 years ago

    bahut badiya sandeep

  • Preeti Gupta · 3 years ago last edited 3 years ago

    Bahut shi sujhav

  • Kumar Sandeep · 3 years ago last edited 3 years ago

    धन्यवाद बबिता दी

  • Kumar Sandeep · 3 years ago last edited 3 years ago

    धन्यवाद प्रीति मैम

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