Kumar Sandeep

Kumar_Sandeep

जन्म-15 अगस्त 2000 माता-पिता- श्रीमती रीणा देवी- स्व● ब्रज किशोर मिश्र जन्म स्थान- सिमरा, मुजफ्फरपुर(बिहार) शिक्षा- स्नातक उत्तीर्ण(वाणिज्य संकाय) लेखन विधा- कविता, लघुकथा, कोट्स, आलेख लेखन भाषा-हिंदी प्रकाशित कृति- पितृत्व साझा संकलन, अर्पण साहित्यांजलि, साहित्य के चमकते सितारे साझा संकलन, रविना प्रकाशन द्वारा माँ विशेषांक में कृति रचना प्रकाशन- देवभूमि समाचार, दि ग्राम टुडे समाचारपत्र, दैनिक विजय दर्पण टाइम्स, लोकतंत्र की बुनियाद मासिक पत्रिका, सुदर्शन मासिक पत्रिका, हरियाणा प्रदीप समाचारपत्र, ट्रु टाइम्स समाचारपत्र, आलोकपर्व मासिक पत्रिका। रुचि- लेखन, पुस्तक अध्ययन वृत्ति- वर्तमान में ग्रामीण परिवेश में बच्चों के बीच अध्यापन कार्य, पेपरविफ्फ Influencer, Literature Hindi Captain, दि ग्राम टुडे समाचारपत्र में पोर्टल पर रचनाएं अपलोड करने का कार्य

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ज़िंदगी
ज़िंदगी ईश्वर द्वारा प्रदान किया गया एक अनमोल तोहफा है। इस तोहफे को व्यर्थ ही नहीं गंवाना चाहिए, हमें अपने कर्म, मन और वचन का सदुपयोग कर कुछ ऐसा करना चाहिए ताकि हम सबके दिल में बस जाएं इस धरा पर न रहने के बाद भी। राम भगवान के अवतार थे। धरती पर उन्हें भी काफ़ी कष्ट सहना पड़ा, कितनी दफा राम भावुक भी हुए, दुख ने काफी उन्हें भी सताना चाहा पर राम डटे रहे डरे नहीं। और एक दिन मर्यादापुरुषोत्तम सबके दिल में बस गए। इसलिए जिस भी फिल्ड में हों आप चाहे आप व्यवसाय कर रहे हों कोई कार्य कर रहे हों विद्यार्थी हों कुछ भी हों। ज़िंदगी में आई मुश्किलों का स्वागत कीजिए और साहस व धैर्य से काम लेते हुए निरंतर प्रयत्न जारी रखिए, ज़िंदगी रुपी अनमोल तोहफे का सदुपयोग कर जीवन को सार्थक बना दीजिए।

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by Kumar_Sandeep

Motivational Quotes

24 Aug, 2022