सलाम है बूढ़े बाबा को

मटर पनीर वाले बूढ़े बाबा की कहानी

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Akshat
Akshat 13 Oct, 2020 | 1 min read
Poor

सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जहां किसी की ज़िंदगी या तो बेहतर हो सकती है या तो किसी की ज़िंदगी तबाह ही हो सकती है, सोशल मीडिया ने रातों-रात कई लोगों को मशहूर कर दिया है। हाल ही में हमने एक पुराने जोड़े की एक खबर देखी जो अपने कठिन समय में कुछ पैसे पाने के लिए सड़कों पर खाना बेचते हैं और मुझे यह जानकर बहुत खुशी हुई कि वॆ आज अपनी सभी जरूरतों को पूरा कर रहे हैं, जो उन्होंने अपने सपने में देखा होगा और यह केवल सोशल मीडिया की वजह से हुआ था l यहां तक ​​कि यह सुनना अजीब लगता है कि वे 80 के हैं और अभी भी वे कड़ी मेहनत में विश्वास करते हैं। जब मैंने बूढ़े व्यक्ति की आँखों से आँसू की बूंदॆ देखी, तो मैंने देखा कि उन्होंने अपने जीवन में अपने परिवार के लिए काफ़ी मेहनत की हैं। यहां तॊ हमें उनकी कहानी से सबक लेना चाहिए और वह सबक यह होना चाहिया की हमें अपने जीवन में कभी हार नहीं माननी चाहिए। हमें अपने बुरे समय में सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ काम करना चाहिए। मुझे इस देश के युवाओं पर भरोसा है और मुझे विश्वास है कि वे किसी के जीवन को अच्छा बनाने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करेंगे, और सलाम है उन सभी लोगों को जो कठोर परिश्रम मे विश्वास रखते हैं l

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