रंग

कोई इस तरह अपने रंग में रंग देता है कि उसका रंग हमें अपने जीवन से भी ज्यादा प्यारा लगने लगता है।

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anil makariya
anil makariya 29 Mar, 2021 | 1 min read
Life Kavita Poem Colors Love

रंग★

रजत धवल शुभ्र चंद्रमा-सा 

लाल सुर्ख रक्ताभ सूरज-सा 

हरा हरित हरियाला हिरामन-सा 

पीला पित पीताभ पीतांबर-सा 

हर्षोल्लास भरते जीवन में ये रंग 

विवधता अनेकता दर्शाते ये रंग 

यादें समेटते तो कभी बहुत रुलाते 

धुलकर भी ना मिट पाते मन से ये रंग 

कोशिश की मैंने बहुत बचने की 

बचकर भी भिगो ही देते हैं ये रंग 

रजत कर दे ह्रदय चंद्रमा-सा 

लाल कर दे हर्ष सूरज-सा 

हरा कर दे चमन हिरामन-सा 

पीला कर दे वस्त्र पीतांबर-सा 

भरकर पिचकारी रंग दे यह जीवन 

ताकि छूटे जीवन ना छूटे ये रंग 

-अनिल मकरिया

जलगांव (महाराष्ट्र)

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anil makariya

Anil_Makariya

Comments

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  • Ankita Bhargava · 3 years ago last edited 3 years ago

    एक बेजोड़ लघुकथाकार की कविता भी बेजोड़ ही होती है👏👏

  • Babita Kushwaha · 3 years ago last edited 3 years ago

    bahut badiya

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