Vridhi Chug
04 Dec, 2020 | 1 min read
Dr.Shweta Prakash Kukreja
04 Dec, 2020 | 1 min read
Vridhi Chug
03 Dec, 2020 | 1 min read
Anita Bhardwaj
03 Dec, 2020 | 1 min read
विकलांग नहीं...
सिर्फ़ शब्दों से नहीं , संसाधन और साथ देने से हालात बदलेंगे
1
0
491
Shubhangani Sharma
02 Dec, 2020 | 0 mins read
अपने घर गया
सूर्य से कुछ शिकायतें, कुछ बातें मेरे दिल की।
2
0
483
Shubhangani Sharma
02 Dec, 2020 | 0 mins read
दर्द की ज़ुबाँ
दुख हो या दर्द समय के साथ गुज़र जाता है, दर्द में कोई साथ ना हो तो जीवन बिखर जाता है।।
3
2
426
Shubhangani Sharma
02 Dec, 2020 | 1 min read
गहरा रंग
हम नाराज़गी के आगे सब भूल जाते हैं, क्यों इस तरह रिश्तों को आज़माते हैं।।
2
0
476
Sonnu Lamba
02 Dec, 2020 | 1 min read
माटी पुत्र
किसान के मन के हर्ष और विषाद..कितने बेसिक होते हैं, महसूस किजीए... हालांकि इस कविता में वर्तमान बिल का कोई जिक्र नही है, ये आम दिनो की व्यथा है, कोन्टेस्ट में, मैं लिख चुकी हूं, ये मेरी दूसरी रचना है, जिसको राजनिति से इतर रखा है..! पढिए जरूर..!
1
2
487
Latest stories
श्रीरामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएं
Saket Ranjan Shukla
17 Apr, 2024 | 1 min read