हास्य व्यंग्य

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      तो रिश्ता पक्का समझूं ! (हास्य-व्यंग्य)

          विनोद कुमार विक्की

 

वीरू की असीम याचना पर उसका मित्र जय रिश्ता लेकर मौसी के घर पहुँचा।

राम राम मौसी

खुश रहो बबुआ।

जय- अरे मौसी अभी तक टिकी हुई हो लगता है दोनो वैक्सीन के अलावा बूस्टर डोज भी ले लिया है।

मौसी- अरे हाँ बेटा।पहली बार सरकार ने आश्वासन के बाद कुछ मुफ्त में दिया तो लगवाय लिए।

जय- चलो बढिया है इसी तरह बनी रहो.......मौसी मै अपने दोस्त वीरू के लिए तुम्हारी लड़की बसंती का हाथ मांगने आया हूँ।

मौसी-क्यों वीरू क्या आईसोलेशन में है जो खुद नही आया?

 

दरअसल मौसी काफी बिजी शिडयूल है उसका।मरने तक की फुर्सत नही उसे इसलिए उसके बिहाफ मेें मै चला आया।

मौसी-अरे ऐसी क्या व्यस्तता।काहे किसी कंपनी समूह का मालिक है तुम्हारा वीरू?

जय-अरे एक नही पाँच पाँच समूह का मालिक है मौसी।

मौसी-अरे वाह! किस प्रकार का काम होता है उसके मालिकाना समूूह मे?

जय- प्रोडक्शन,इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट सबकुछ होता है मौसी।

मौसी-तनी विस्तार से बताओ बबुआ।

जय-दरअसल मौसी ऐसा है कि हमारा वीरू चार साहित्यिक व्हाटसएप ग्रूप और एक पारिवारिक ग्रूप का मालिक(एडमिन) है। उसके समूह मेें कहानी कविता व्यंग्य के उत्पादन से लेकर विभिन्न व्हाटसएप समूह से गुड मार्निंंग, गुड इवनिंग सहित मौलिक और फारवार्डेड विचारों का आयात-निर्यात होता रहता है।

मौसी(खीजते हुए)- मतबल कोई जिम्मेदारी नही उठा रखी उसने?

जय-अरे बिलकुल मौसी।जिम्मेदारी उठाने के लिए ही तो बेगम की चाह में गुलाम बादशाह के साथ तनाव में दिन गुजार रहा है बेचारा।

मौसी(आश्चर्य से)-हयं बेगम,गुलाम,बादशाह मतलब ताश और जुआ खेलता रहता है?

जय-छी छी ऐसा नही है मौसी। दरअसल बेगम यानि तुम्हारी बसंती की चाह मे दिन भर गाना एप्प पर गुलाम अली की गजल और बादशाह का सांग सुनता रहता है।

मौसी(मुँह से मास्क हटाते हुए)-कहने का मतलब अपनी कोई पूछ-पहचान नही उसकी!

जय-कमाल करती हो मौसी।अम्बुजा सिमेंट से भी बड़ी पहचान है उसकी और पूछ तो पूछो ही मत, शायद ही कोई ऐसा दिन हो जो बड़े बड़़े सम्मानित व्यक्ति वीरू का शुक्रिया धन्यवाद और आभार ना प्रकट करते हो!

मौसी (बड़ा सा मुँह खोलकर)-ऐसा क्या ?  

जय (जेब से मोबाईल निकालकर दिखाते हुए)- विश्वास ना हो तो खुद ही देख लो।

मौसी (गर्दन उचका मोबाईल देखते हुए)- वीरू क्या समाजसेवी या वीवीआईपी है जो बड़े बड़े लोग आभार प्रकट करते है!

जय- दरअसल मौसी वो अपने प्रत्येक फेसबुक फ्रेंड की सभी पोस्ट पर बड़ी तन्मयता से बधाई और शुभकामना संदेश देता रहता है तो रिप्लाय में वे सभी आत्मीय आभार प्रकट करते हुए वीरू को धन्यवाद ज्ञापित करते है।

मौसी (खिसियाते हुए)-ओह तो निठल्ला कुछ करता धरता नही।

जय-ऐसा मैने कब कहा मौसी दरअसल वो एक अच्छा अभिनेता गायक और निर्देशक है।

मौसी (उत्सुकता से)-अरे वाह किस फिल्म मे अभिनय और गायन किया है जरा एक का नाम तो बताओ।

जय-एक हो तो बताऊं मौसी!वो तो मिनट मिनट में विडियो बना लेता है और गायन में तो तानसेन फेल!

मौसी( मुंह खोलते हुए)-ऐसा क्या!

जय- खुदा कसम मौसी टिकटाॅक,मौज पर तो इतनी तेजी से विडियो बना लेता है जितनी देर में मैगी भी तैयार नही होती।और स्टारमेकर पर गाता ही रहता है।एक राज की बात बताऊंं पौने दो दर्जन तो फाॅलोअर्स भी है उसके।

जय के जवाबों को सुनकर मौसी की भौंहे तनने लगी। 

परिस्थति भांप जय धीरे से खिसकते हुए बुदबुदाया-तो... मै ये...... रिश्ता पक्का समझूँ मौसी!

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काॅपीराइट-विनोद कुमार विक्की

महेशखूंट बाजार खगड़िया बिहार 851213

 

विनोद कुमार विक्की (व्यंग्यकार)

 

 

 

 

 

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Comments

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  • Kumar Sandeep · 1 year ago last edited 1 year ago

    बहुत खूब सर जी

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